Download Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi | श्री साईं कष्ट निवारण मंत्र 100% free

Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi – Shirdi Sai Kasht Nivaran Mantra in Hindi PDF :आजकल, इस लेख में हम आपको साईं कष्ट निवारण मंत्र (Sai Kasht Nivaran Mantra) के महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। यदि आप भगवान साईं बाबा के भक्त हैं, तो आपके लिए यह जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकती है।

आज हम इस लेख में साईं कष्ट निवारण मंत्र (Sai Kasht Nivaran Mantra) के महत्वपूर्ण जानकारी और साईं बाबा के भक्तों के लिए उपयोगी PDF को साझा करेंगे। यदि आप साईं बाबा के भक्त हैं, तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।

साईं कष्ट निवारण मंत्र क्या है?

साईं कष्ट निवारण मंत्र, भगवान श्री साईं बाबा के प्रति श्रद्धा और विश्वास के साथ जपा जाने वाला एक प्राचीन मंत्र है। यह मंत्र उन व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है जो अपने जीवन में कठिनाइयों और कष्टों का सामना कर रहे हैं।

साईं कष्ट निवारण मंत्र का जाप कैसे करें?

साईं कष्ट निवारण मंत्र का जाप करने के लिए आपको पहले एक सुखद और शांत जगह चुननी चाहिए। फिर आपको ध्यान से बैठकर मंत्र का जाप करना होगा। मंत्र यह है:

“ॐ श्री साईं नाथाय नमः”

आप इस मंत्र को 108 बार या अनुसंधान के आधार पर जप सकते हैं। यदि आपके पास माला है, तो आप उसका भी उपयोग कर सकते हैं।

साईं कष्ट निवारण मंत्र के जाप के फायदे

  1. आंतरिक शांति: साईं कष्ट निवारण मंत्र का नियमित जाप करने से आपका मानसिक स्थिति सुधरता है और आंतरिक शांति मिलती है।
  2. कष्टों का समाधान: यह मंत्र कष्टों और मुसीबतों के समाधान में मदद करता है और साईं बाबा के आशीर्वाद से समस्याओं का समाधान प्राप्त होता है।
  3. विश्वास और आत्मविश्वास: मंत्र के जाप से आपका आत्मविश्वास और आत्मविश्वास मजबूत होता है, जिससे आप जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
  4. ध्यान और आध्यात्मिकता: मंत्र के जाप से आपका ध्यान और आध्यात्मिकता में वृद्धि होती है, जो आपके जीवन को मानवीय मूल्यों के साथ जीने में मदद करता है।

इस प्रकार, साईं कष्ट निवारण मंत्र का नियमित जाप करने से आप अपने जीवन में सुख, समृद्धि, और आंतरिक शांति प्राप्त कर सकते हैं। इस मंत्र का जाप करने से पहले अपने मन को शांति और स्वस्थ विचारों से भर दें और श्रद्धा रखें कि साईं बाबा आपके साथ हैं और आपकी समस्याओं का समाधान करेंगे।

साईं कष्ट निवारण मंत्र (Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi)

श्री साईं बाबा के प्रेमिकाएं गुरुवार के दिन उनके आदर्श मंदिर में साईं बाबा के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए अपनी विशेष इच्छाओं के साथ आते हैं। मान्यता है कि गुरुवार के दिन, साईं बाबा के भक्तजन जब साईं बाबा के मंदिर में अद्भुत मंत्रों का जाप करते हैं, तो उनकी पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ, साईं बाबा उनकी प्रार्थना को सुनते हैं और अपना दर्शन प्रदान करते हैं।

Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi
Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi

गुरुवार के दिन साईं कष्ट निवारण मंत्र का जाप करने से जीवन में आने वाले सभी कष्टों को सद्गुरु साईनाथ दूर कर देते हैं और जीवन को आनंदमय बना देते हैं। यह मंत्र मनचाही इच्छाओं को पूरा करने में मदद करता है और घर में दुख, कठिनाइयां, और नकारात्मक ऊर्जाओं को नष्ट कर देता है।

Shirdi Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi Highlights

 🔖 PDF NameShirdi Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi
 🗣️ LanguageHindi
📖  No. of Pages11 Pages
📔 PDF Size1.69 MB
 ⭐ Ratings5/5
 📚 CategoryReligion & Spirituality
📉 QualityHD Quality
 🔥 Sourcesgoogle drive
Shirdi Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi

Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi – साईं कष्ट निवारण मंत्र in Hindi

ll श्री साईं कष्ट निवारण मंत्र ll

सदगुरू साईं नाथ महाराज की जय

कष्टों की काली छाया दुखदायी है,
जीवन में घोर उदासी लायी है |

संकट को तालो साई दुहाई है,
तेरे सिवा न कोई सहाई है |

मेरे मन तेरी मूरत समाई है,
हर पल हर शन महिमा गायी है

घर मेरे कष्टों की आंधी आई है,
आपने क्यूँ मेरी सुध भुलाई है |

तुम भोले नाथ हो दया निधान हो,
तुम हनुमान हो तुम बलवान हो |

तुम्ही राम और श्याम हो,
सारे जग त में तुम सबसे महान हो |

तुम्ही महाकाली तुम्ही माँ शारदे,
करता हूँ प्राथना भव से तार दे |

तुम्ही मोहमद्‌ हो गरीब नवाज़ हो,
नानक की बानी में ईसा के साथ हो |

तुम्ही द्गम्बर तुम्ही कबीर हो,
हो बुध तुम्ही ओर महावीर हो |

सारे जगत का तुम्ही आधार हो,
निराकार भी और साकार हो |

करता हूँ वंदना प्रेम विशवास से,
सुनो साईं अल्लाह के वास्ते |

अधरों पे मेरे नहीं मुस्कान है,
घर मेरा बनने लगा शमशान है |

रहम नज़र करो उन्हे वीरान पे,
जिंदगी संवरेगी एक वरदान से |

पापों की घुप से तन लगा हारने,
आपका यह दास लगा पुकारने |

आपने सदा ही लाज बचाई है,
देर न हो जाये मन शंकाई है |

धीरे-धीरे धीरज ही खोता है,
मन में बसा विशवास ही रोता है |

मेरी कल्पना साकार कर दो,
सूनी जिंदगी में रंग भर दो |

ढोते-ढोते पापों का भार जिंदगी से,
में गया हार जिंदगी से |

नाथ अवगुण अब तो बिसारो,
कष्टों की लहर से आके उबारो |

करता हूँ पाप में पापों की खान हूँ,
ज्ञानी तुम ज्ञानेश्वर में अज्ञान हूँ |

करता हूँ पग-पग पर पापों की भूल में,
तार दो जीवन ये चरणों की धूल से |

तुमने ऊजरा हुआ घर बसाया,
पानी से दीपक भी तुमने जलाया |

तुमने ही शिरडी को धाम बनाया,
छोटे से गाँव में स्वर्ग सजाया |

कष्ट पाप श्राप उतारो,
प्रेम दया दृष्टि से निहारो |

आपका दास हूँ ऐसे न टालिए,
गिरने लगा हूँ साईं संभालिये |

साईजी बालक में अनाथ हूँ,
तेरे भरोसे रहता दिन रात हूँ |

जैसा भी हूँ , हँ तो आपका,
कीजे निवारण मेरे संताप का |

तू है सवेरा और में रात हूँ,
मेल नहीं कोई फिर भी साथ हूँ

आपके चरणों में बसे प्राण हे,
तेरे वचन मेरे गुरु समान है |

आपकी राहों पे चलता दास है,
ख़ुशी नहीं कोई जीवन उदास है |

आंसू की धारा में डूबता किनारा,
जिंदगी में दर्द नहीं गुजारा |

कर दो इशारा तो बात बन जाये,
जो किस्मत में नहीं वो मिल जाये |

बीता ज़माना यह गाके फ़साना,
सरहदे ज़िन्दगी मौत तराना |

देर तो हो गयी है अंधेर ना हो,
फ़िक मिले लकिन फरेब ना हो |

देके टालो या दामन बचा लो,
हिलने लगी रहनुमाई संभालो |

तेरे दम पे अल्लाह की शान है,
सूफी संतो का ये बयान है |

गरीबों की झोली में भर दो खजाना,
ज़माने के वली करो ना बहाना |

आये हो घरती पे देने सहारा,
करने लगे क्यूँ हमसे किनारा |

जब तक ये ब्रह्मांड रहेगा,
साईं तेरा नाम रहेगा |

चाँद सितारे तुम्हे पुकारेंगे,
जन्मोजनम हम रास्ता निहारेंगे |

आत्मा बदलेगी चोले हज़ार,
हम मिलते रहेंगे बारम्बार |

आपके कदमो में बेठे रहेंगे,
दुखड़े दिल के कहते रहेंगे |

आपकी मर्जी है दो या ना दो,
हम तो कहेंगे दामन ही भर दो |

तुम हो दाता हम है भिखारी,
सुनते नहीं क्यूँ अर्ज़ हमारी |

अच्छा चलो एक बात बता दो,
क्या नहीं तुम्हारे पास बता दो |

जो नहीं देना है इनकार कर दो,
ख़तम ये आपस की तकरार कर दो |

लौट के खाली चला जायूँगा,
फिर भी गुण तेरे गायूँगा |

जब तक काया है तब तक माया है,
इसी में दुखो का मूल समाया है |

सबकुछ जान के अनजान हूँ में,
अल्लाह की तू शान तेरी शान हूँ में |

तेरा करम सदा सब पे रहेगा,
ये चक्र युग-युग चलता रहेगा |

जो प्राणी गायेगा साईं तेरा नाम,
उसको मुक्ति मिले पहुंचे परम धाम |

ये मंत्र जो प्राणी नित दिन गायेंगे,
राहू , केतु , शनि निकट ना आयेंगे |

टाल जायेंगे संकट सारे,
घर में वास करें सुख सारे |

जो श्रधा से करेगा पठन,
उस पर देव सभी हो प्रस्सन |

रोग समूल नष्ट हो जायेंगे,
कष्ट निवारण मंत्र जो गायेंगे |

चिंता हरेगा निवारण जाप,
पल में दूर हो सब पाप |

जो ये पुस्तक नित दिन बांचे,
श्री लक्ष्मीजी घर उसके सदा विराजे |

ये मंत्र भक्तों कमाल करेगा,
आई जो अनहोनी तो टाल देगा |

भूत-प्रेत भी रहेंगे दूर,
इस मंत्र में साईं शक्ति भरपूर |

जपते रहे जो मंत्र अगर,
जादू-टोना भी हो बेअसर |

इस मंत्र में सब गुण समाये,
ना हो भरोसा तो आजमाए |

ये मंत्र साई वचन ही जानो,
सवयं अमल कर सत्य पहचानो |

संशय ना लाना विशवास जगाना,
ये मंत्र सुखों का है खज़ाना |

इस पुस्तक में साईं का वास,
जय साईं श्री साईं जय जय साईं |

ऊपर दिया गया साईं कष्ट निवारण मंत्र नियमित रूप से जपने से भक्तजनों के जीवन में नकारात्मक प्रभावों का समाप्ति हो जाता है, और उनके जीवन में आनंद, समृद्धि, और सकारात्मक परिवर्तन आरंभ हो जाते हैं।

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Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi

Benefits Of Sai Kasht Nivaran Mantra PDF Hindi-साईं कष्ट निवारण मंत्र के लाभ

यदि आप साईं बाबा में सच्ची श्रद्धा और भक्ति रखते हैं और सच्चे मन से साईं बाबा की पूजा अर्चना करते हैं, तो आपके जीवन में अनगिनत लाभ हो सकते हैं। यदि आप चाहते हैं कि सदगुरु श्री साईनाथ जी प्रसन्न हों, तो उनकी पूजा करते समय साईं कष्ट निवारण मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं:-

  1. आत्मिक शांति: साईं बाबा की भक्ति और मंत्र के जाप से आपकी आत्मा को शांति और सुख की प्राप्ति होती है।
  2. बदलाव जीवन में: मंत्र के जाप से आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होता है और सुख-समृद्धि की दिशा में सुधार होता है।
  3. साईं बाबा की कृपा: श्रद्धा भावना के साथ मंत्र का जाप करने से साईं बाबा की कृपा प्राप्त होती है और वे आपके जीवन में आशीर्वाद बने रहते हैं।
  4. आत्मविश्वास: मंत्र के जाप से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और आप अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल होते हैं।
  5. आध्यात्मिक उन्नति: साईं बाबा की भक्ति से आपकी आध्यात्मिक उन्नति होती है, और आप जीवन को आध्यात्मिकता के माध्यम से जीने का समय निकालते हैं।

इस तरह, साईं कष्ट निवारण मंत्र का नियमित जाप आपके जीवन को सकारात्मक दिशा में मोड़ सकता है और साईं बाबा के आशीर्वाद से आपको अनगिनत लाभ प्राप्त हो सकते हैं।

Sai Kasht Nivaran Mantra Lyrics in English

kashto ki kaali chhaaya dukh daayi hai |
jeevan mein ghor udhaasi laayi hai |

sankat ko taalo sai duhaai hai |
tere sivaa naa koi sahaayi hai |

mere man teri murat samaayi hai |
har pal har skhan mahimaa gaayi hai |

ghar mere kashto ki aandhi aayi hai |
aapne kyu meri sudh bhulaayi hai |

tum bhole naath ho dayaa nidhaan ho |
tum hanumaan ho mahaa balwaan ho |

tumhi ho raam aur tumhi shyaam ho |
saare jagat mein tum sabse mahaan ho |

tumhi mahaakali tumhi maa shaarde |
kartaa hu praarthanaa bhave se taar de |

tumhi mohammad ho garib navaaz ho |
naanak ki vaani mein isaa ke saath ho |

tumhi digambar tumhi kabir ho |
ho budha tumhi aur mahaavir ho |

saare jagat ka tumhi aadhar ho |
niraakar bhi aur saakar ho |

kartaa hu vandanaa prem vishwaas se |
suno sai allaah ke vaaste |

adhro mein mere nahi muskaan hai |
ghar meraa banane lagaa smashaan hai |

rahem nazar karo ujhade viraan pe |
jindagi savregi ek vardaan se |

paapo ki dhop se tan lagaa haarne |
aapkaa ye daas lagaa pukaarne |

aapne sadaa hi laaj bachaae hai |
der naa ho jaaye man shankaaye hai |

dhire dhire dhiraj hi khotaa hai |
man mein basaa vishwaas hi rotaa hai |

meri kalpanaa saakaar kar do |
suni jindagi mein rang bhar do |

dhote-dhote paapo kaa bhaar jindagi se |
main haar gayaa jindagi se |

naath avgun ab to bisaaro |
kashto ki leher se aake ubaaro |

kartaa hu paap main paapo ki khaan hu |
gyaani tum gyneshwar main agyan hu |

kartaa hu pag-pag par paapo ki bhool main |
taar do jeevan ye charon ke dhul se |

tumne ujaadaa huaa ghar basaayaa |
paani se deepak bhi tumne jalaayaa |

tumne hi shirdi ko dhaam banaayaa |
chhote gaon mein swarg sajaayaa |

kasht paap shraap utaaro |
pren dayaa drishti se nihaaro |

aap kaa daas hu aise naa taaliye |
girne lagaa hu sai sambhaaliye |

saiji baalak main anaath hu |
tere bharose rehtaa din raat hu |

jaisaa bhi hu | hu to aapkaa |
kije nivaaran mere santaap kaa |

tu hai saveraa aur main raat hu |
mel nahi koi phir bhi saath hu |

sai mujse mukh naa modo |
bhich majdhaar akelaa naa chhodo |

aapke charno mein base praan jai |
tere vachan mere gurusamaan hai |

aapki raaho pe chaltaa daas hai |
khushi nahi koi jeevan udaas hai |

aansu ki dhaaraa hai dubataa kinaaraa |
jindagi mein dard | nahi gujaraa |

lagaayaa chaman to phool khilaao |
phool khile hain to khushbu bhi lao |

kar do ishaaraa to baat ban jaaye |
jo kismat mein nahi wo mil jaaye |

bitaa zamaanaa ye gaake fasaanaa |
sarhade jindagi mout kaa taraanaa |

der ho gayi hai andhere naa ho |
fikr mile lekin fareb naa ho |

deke talo yaa daaman bachaa lo |
hilne lagi rahunayee sambhaalo |

tere dam pe allah ki shaan hai |
sufi santo ke ye bayaan hai |

garib ki joli mein bhar do khazaanaa |
zamaane ke waali karo naa bahaanaa |

dar ke bhikhaari hain mohtaaj hai hum |
shahanshaahe aalam karo kuch karam |

tere khazaane mein allaah ki rehmat |
tum sadguru ho samarth |

aaye to dharti pe dene sahaaraa |
karne lage kyun hum se kinaaraa |

jab tak ye brahmaand rahegaa |
sai teraa naam rahegaa |

chaand taare tumhe pukaarenge |
janmojanam hum raastaa nihaarenge |

aatmaa badlegi chole hazaar |
hum milte rahenge har baar |

aapke kadamo mein baithe rahenge |
dukhde dil ke kehte rahenge |

aapke marze hai do yaa naa do |
hum to kahenge daaman bhi bhar do |

tum ho daataa hum hai bhikhaari |
sunate nahi kyun arag hamaari |

achhaa chalo ek baat bataa do |
kyaa nahin tumhaare paas bataa do |

jo nahin denaa hai inkaar kar do |
khatm ye aapas ki takraar kar do |

laut ke khaali chalaa jaaunga |
phir bhi gun tere gaaunga |

jabtak kaayaa hai tabtak maayaa hain |
isi mein dukhon kaa mul samaaya hain |

sab kuch jaan ke anjaan hu main |
allaah ki tu shaan teri hu shaan main |

tera karam sadaa sabpe rahegaa |
ye chakra yug-yug chaltaa rahegaa |

jo prani gaayega sai tero naam |
usko mile mukhti pohchhe param dhaam |

ye mantra jo prani nit gaayenge |
raahu ketu shani nikat naa aayenge |

tal jaayenge sankat saare |
ghar mein daas vaas kare sukh saare |

jo shraddhaa se karegaa pathan |
us par dev sabhi ho prasann |

rog samuhh nasht ho jaayenge |
kasht nivaaran mantra jo gaayenge |

chinta harega nivaran jaap |
pal mein dur ho sab paap |

jo ye pustak nit din baache |
laxmiji ghar uske sadaa biraaje |

gyaan buddhi praani vo paayega |
kasht nivaaran mein jo dhyaayega |

ye mantra bhakto kamaal karega |
aaye jo anhoni to taal dega |

bhoot-pret bhi rahenge door |
is mantra mein sai sakti bharpur |

japte rahe jo mantra agar |
jadu tonaa bhi ho beasar |

is mantra mein sab gun samaaye |
naa ho bharosaa to aajmaaye |

ye mantra sai bachan hi jaano |
swayam amal kar satya pahchhaano |

sanshay naa laanaa vishwaas jagaana |
ye mantra sukho kaa hai khazaana |

is pustak mein sai kaa vaas |
sai dayaa se hi likh paayaa daas |

anant koti brahmand nayak
raja dhi raj yogi raj para brahma
shri sachidanand sadguru sai nath maharaj ki jai ||



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